हेलो फ्रेंड्स आपने कभी ना कभी किसी ना किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बारे में तो जरूर ही सुना होगा और कई ने तो इसका यूज भी कहीं ना कहीं किया होगा वेब पेज बनाने तथा सॉफ्टवेयर डेवलप करने में तथा मोबाइल एप्लीकेशन डेवलप करने में।
तो आज मैं आपको बताने जा रहा हूं ऐसी कई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बारे में जो इस समय बहुत ही ज्यादा यूज की जा रही हैं तथा कुछ पुरानी लैंग्वेज के बारे में भी बताने जा रहा हूं।
जैसा कि आप जानते हैं कि programming language का मतलब होता है कोई software जो कि किसी ना किसी language मे बनाया गया हो। सॉफ्टवेयर कलेक्शन of programs होता है मतलब कि कई सारे प्रोग्रामों का समूह software होता है।
Programming Languages
1. programing in c
C एक हाई लेवल जनरल परपज प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, जो पोर्टेबल एप्लीकेशंस तथा फ्रेम वेयर को डिवेलप करने के लिए यूज़ की जाती है। C को 1970 के दशक में डेनिस रिचिए ने बेल लैब्स में बनाया था। हालांकि c को अभी ज्यादातर यूज नहीं किया जाता परंतु जो नई लैंग्वेज है वह c का ही सेंटेक्स फॉलो करती हैं। जैसे php, java , javascript आदि।
2. Java
जावा एक जनरल परपज प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, इसे 1995 में सन माइक्रोसिस्टम ने प्रारंभ किया था तथा इसके डेवलपर James gosling हैं। इसे सॉफ्टवेयर तथा एप्लीकेशन develop करने के लिए यूज किया जाता है इसकी सबसे खास बात यह है कि जावा एक प्लेटफॉर्म इंडिपेंडेंट लैंग्वेज है मेरे कहने का मतलब यह है की जावा में लिखा गया कोड किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम में रन किया जा सकता है।
3.PHP
इसका पूरा नाम पीएचपी हाइपरटेक्स्ट प्रीप्रोसेसर है इसका उपयोग वेबसाइट डेवलपमेंट में किया जाता है इसे वेबसाइट बनाने के लिए इस मॉडर्न जमाने में बहुत ही widely तरीके से यूज़ किया जाता है यह सर्वर साइड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है मतलब हम HTML तथा CSS के cods को तो देख सकते हैं परंतु पीएचपी के cods को नहीं देख सकते क्योंकि यह सर्वर साइड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। अगर पीएचपी की हिस्ट्री की बात करें तो इसे 1994 में Rasmus Lerdorf ने अपने वेबसाइट में आने वाले विजिटर्स को अकाउंट करने के लिए बनाया था तथा इसका नाम पर्सनल होमपेज रखा था। लेकिन समय के साथ इसमें बदलाव होते गए तथा इसका नाम बाद में बदलकर php हाइपरटेक्स्ट प्रीप्रोसेसर रख दिया गया।
4.HTML
इसका पूरा नाम हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज है इसका उपयोग वेब पेजेस को डिवेलप करने के लिए किया जाता है इसमें हम tags<> वेब पेज को क्रिएट करते हैंका यूज करके HTML की शुरुवात 1990 में Tim-Berners Lee ने की थी, HTML का यूज़ हम ब्राउज़र को यह बताने के लिए करते हैं कि वेब पेज का कंटेंट यूजर को कैसे दिखाना चाहिए।
5.CSS
इसका पूरा नाम कैस्केडिंग स्टाइल शीट्स है इसका डेवलप 10 अक्टूबर 1994 में Håkon Wium Lie ने किया था। इसका यूज करके हम HTML के किसी भी वेबपेज को डिजाइन कर सकते हैं तथा उसको एक आकर्षक रूप दे सकते हैं जिससे हमारी वेबसाइट अट्रैक्टिव दिखने लगती है।
6. javascript
जावास्क्रिप्ट एक स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज है तथा यह बहुत ही पावरफुल स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज भी है इसका उपयोग एचटीएमएल के साथ वेबपेजेस बनाने तथा एप्लीकेशंस बनाने में किया जाता है इसका डिवेलप सितंबर 1995 में Brandan Eich ने 10 दिन के अंदर किया था.
7.python
पाइथन एक बहुत ही सरल लैंग्वेज है तथा बाकी लैंग्वेज से भी अच्छी है और साथ ही नए जमाने के प्रोग्राम के लिए popular language है क्योंकि इसका उपयोग प्रोग्रामस वेब डेवलपमेंट सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग तथा साइंटिफिक एप्लीकेशंस बनाने के लिए करते हैं.पाइथन को 1985-1990 के दौरान नीदरलैंड (Netherlands) में गिडो वैन रॉसम (Guido Van Rossum) द्वारा बनाया गया था।
8.visual basic
विजुअल बेसिक एक टूल है जिसे माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन द्वारा बनाया गया था विजुअल बेसिक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है तथा किया है ग्राफिक्स यूजर इंटरफेस एप्लीकेशंस बनाने में हेल्प करता है.
9.C++
C++ यह एक programming Language है | C++ को Bjarne stroustrup के द्वारा develop की गयी थी। क्योंकि यह High level and low level language की सुविधाओ का कॉन्बिनेशन है। C++ एक object oriented programming language है। ... इस लैंग्वेज का पहले नाम c with classes था, जिसे 1983 में बदल कर C ++ कर दिया था।
10.JSP
JSP का फुल फॉर्म “Java Server Pages” होता है, जो कि एक server side technology है, जिसका काम dynamic web pages को बनाना है. Normally इसका यूज java web applications को बनाने के लिए होता है. ये technology java API (Application Program Interface) को easily access भी कर सकती है. जिसके द्वारा एक java based web applications बनाना काफी easy होता है.